अगस्त 25,(वर्मा) पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने बागी खेमे को तगड़ा झटका दिया है। बागी खेमे के नेताओं से मिलनेे बाद हरीश रावत ने साफ कहा कि पंजाब में नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा और कैप्टन अमरिंदर सिंह ही मुख्यमंत्री रहेंगे। कैप्टन के नेतृत्व में ही कांग्रेस 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस का घमासान अब दिल्ली और देहरादून तक पहुंच गया है। इससे पहले कल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत करने वाले खेमे के चार मंत्री और तीन विधायक पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत से मिलने आज देहरादून पहुंच गए। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के खेमे के ये नेता पार्टी की कार्यवाहक अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए रावत के माध्यम से समय लेना चाहते हैं।
इधर, कैप्टन अमरिंदर का खेमा भी सक्रिय हो गया है। अमरिंदर के खेमे के नेता भी दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं। यह भी बताया जाता है कि कैप्टन समर्थकों ने हरीश रावत से भी संपर्क किया है कैप्टन समर्थकों ने हरीश रावत से भी संपर्क किया है। कैप्टन अमरिंदर समर्थकों का हौसला कल बागी नेताओं की बैठक में शामिल हुए छह विधायकों के बाद में पलट जाने और मुख्यमंत्री का समर्थन करने की घोषणा से बढ़ा है। कैप्टन विरोधी गुट की मंगलवार को हुई बैठक में शामिल हुए विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, दलवीर सिंह गोल्डी, कुलदीप वैद्य, संतोख सिंह भलाईपुर , अंगद सिंह और गुरकीरत सिंह कोटली ने देर रात कहा कि उन्हें नहीं पता था कि बैठक में इस तरह की बातें होंगी और सीएम बदलने की मांग होगी। बैठक में शामिल होने वाले पूर्व विधायक अजीत सिंह मोफर ने भी कैप्टन अमरिंदर का समर्थन किया है।
